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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के तीन पूर्व छात्रों को मिला यह सम्मान, अद्भुत है योगदान

इस वर्ष के सम्मानों में चार प्रतिष्ठित पेशेवर शामिल हैं जिनमें से तीन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के पूर्व छात्र हैं।

अर्चन मिश्रा, अरुण रघुपति और पवन तुरगा / University of Maryland

मैरीलैंड यूनिवर्सिटी (UMD) के इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग (ECE) ने शिक्षा, उद्योग और नवाचार में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए अपने 2024 विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की घोषणा की है।

इस वर्ष के सम्मानों में चार प्रतिष्ठित पेशेवर शामिल हैं जिनमें से तीन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के पूर्व छात्र हैं। ईसीई संकाय द्वारा नामांकित पूर्व छात्रों को प्रतिवर्ष दिए जाने वाले पुरस्कार उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए 15 नवंबर को एक कार्यक्रम में प्रदान किए गए।

अर्चन मिश्रा
वाइस प्रोवोस्ट (अनुसंधान) और सिंगापुर प्रबंधन विश्वविद्यालय में ली कोंग चियान चेयर प्रोफेसर मिश्रा ने वर्ष 2000 में UMD से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में अपनी पीएच.डी. अर्जित की और उन्हे प्रोफेसर जॉन बारस द्वारा नामांकित किया गया था।

आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र मिश्रा ने सिंगापुर में नवीन स्मार्ट सिटी समाधानों का नेतृत्व किया है जिसमें WiWear और PABLO जैसे ऊर्जा-कुशल पहनने योग्य उपकरण शामिल हैं। 

उनके सार्वजनिक योगदान में सिंगापुर के राष्ट्रीय विकास मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार और एआई सिंगापुर की प्रबंधन समिति के सदस्य के रूप में सेवाएं शामिल हैं। मिश्रा के प्रयासों को सिंगापुर के राष्ट्रीय लोक प्रशासन पदक (रजत) से मान्यता मिली है। 

अरुण रघुपति
NextNav Inc. के सह-संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी रघुपति ने वर्ष 1999 में UMD से अपनी पीएच.डी. प्राप्त की। उन्हे प्रोफेसर रे लियू ने नामित किया। IIT मद्रास के पूर्व छात्र रघुपति 3डी जियोलोकेशन और पोजिशनिंग, नेविगेशन और टाइमिंग (पीएनटी) प्रौद्योगिकियों को आगे बढ़ाने में NextNav के प्रयासों का नेतृत्व करते हैं।

रघुपति के शोध के परिणामस्वरूप 50 से अधिक पेटेंट जारी किए गए हैं और महत्वपूर्ण जीपीएस बैकअप समाधानों में योगदान दिया गया है जो शहरी सुरक्षा और बुनियादी ढांचे को बढ़ाते हैं। क्वालकॉम और टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स में उनकी पिछली भूमिकाएं जीपीएस और सेलुलर मॉडेम प्रौद्योगिकियों पर उनके प्रभाव को रेखांकित करती हैं जो स्मार्टफोन और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों में प्रगति को आकार देती हैं।

पवन तुरगा
एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ आर्ट्स, मीडिया और इंजीनियरिंग के निदेशक तुरगा ने वर्ष 2009 में UMD  से अपनी पीएच.डी. पूरी की। प्रोफेसर राम चेलप्पा ने उनका मार्गदर्शन किया। 

IIT गुवाहाटी के पूर्व छात्र तुरगा इंजीनियरिंग को कला और मीडिया के साथ एकीकृत करने, मशीन लर्निंग, इमेजिंग और इंटरैक्टिव मीडिया कला में अंतःविषय अनुसंधान को बढ़ावा देने में विशेषज्ञ हैं। उनकी शोध उपलब्धियों में एक एनएसएफ कैरियर पुरस्कार और कई आईईईई सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार शामिल हैं।

तुरगा की सहयोगी मीडिया परियोजनाओं जैसे 'द एयर अराउंड अस' ने सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों में प्रौद्योगिकी के अभिनव अनुप्रयोगों के लिए जनता का ध्यान आकर्षित किया है।

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