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कैलिफोर्निया में पारे का कहर, भीषण गर्मी में सेहत का ऐसे रखें ख्याल

गवर्नर ऑफिस ऑफ इमरजेंसी सर्विसेज (ईएमएस) ने चेतावनी दी है कि तपती धूप में बाहर निकलने पर लोग हीटवेव के शिकार हो सकते हैं। उचित इलाज न मिलने पर मौत भी हो सकती है। 

कैलिफोर्निया के अधिकांश हिस्से भीषण गर्मी में तप रहे हैं। / representative image : unsplash

बाहर खुले में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहे अमेरिकियों को मौसम विभाग के अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है। ये चेतावनी कैलिफोर्निया के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी को देखते हुए जारी की गई है। 

भीषण गर्मी के बीच फ्रेस्नो, सैक्रामेंटो, बेकर्सफील्ड, मोडेस्टो जैसे कई शहरों में तापमान तीन अंकों तक पहुंच गया है। शहर के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि गर्मी को नजरंदाज किया गया तो आपातकालीन स्थिति मौत तक हो सकती है। 

ईएमएस और सीबीएन ने लिस्टर्स कैलिफोर्निया के साथ मिलकर नागरिकों को इस तपती गर्मी के संभावित विनाशकारी परिणामों की चेतावनी देने के लिए प्रेस ब्रीफिंग की। गवर्नर ऑफिस ऑफ इमरजेंसी सर्विसेज (ईएमएस) ने चेतावनी दी है कि तपती धूप में बाहर निकलने पर लोग हीटवेव के शिकार हो सकते हैं। चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। उचित इलाज न मिलने पर मौत भी हो सकती है। 



राष्ट्रीय मौसम सेवा के मौसम विज्ञानी डेविड लॉरेंस का कहना है कि फिलहाल गर्मी कम होने के अभी संकेत नहीं है। दिन के अलावा रात भी गर्म हो रही हैं। यह काफी चिंता की बात है। भीषण गर्मी से इलेक्ट्रिक ग्रिड पर भी लोड बढ़ रहा है और ब्लैकआउट जैसी स्थिति पैदा हो रही हैं। 

कैलिफोर्निया के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में असिस्टेंट हेल्थ ऑफिसर डॉ. रीता गुयेन ने कहा कि गर्मी से कुछ विशेष वर्ग के लोगों को ज्यादा खतरा रहता है। इनके अलावा बेघरों, धूप में काम करने वालों और बंद जगहों पर बिना एसी के काम करने वालों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। 

उन्होंने कहा कि गर्मी में जो लोग पर्याप्त पानी या पेय पदार्थ नहीं ले रहे हैं, उन्हें ज्यादा खतरा है। उनके शरीर में  पानी की कमी हो सकती है। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और डायबीटीज बढ़ने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। बीपी के मरीज पेय पदार्थों की मात्रा और नमक के सेवन का ख्याल रखें। 

डॉ रीता ने कहा कि हीटवेव के लक्षणों में ज्यादा पसीना आना, मांसपेशियों में ऐंठन, कमजोरी, सिरदर्द, मतली, उल्टी, थकान, चिड़चिड़ापन और चक्कर आना शामिल हैं। 

उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई भी इस जानलेवा हीटस्ट्रोक का शिकार हो सकता है। बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु, बच्चे और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को खतरा ज्यादा है। 

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