डोनालà¥à¤¡ टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¿à¤¤ होने के साथ ही अमेरिकी कंपनियों के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ में आसान पहà¥à¤‚च का रासà¥à¤¤à¤¾ खà¥à¤² गया है। मामले से जानकार सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की मानें तो टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के दूसरे कारà¥à¤¯à¤•ाल में à¤à¤¾à¤°à¤¤-अमेरिका के बीच मà¥à¤•à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ पर अंतिम मà¥à¤¹à¤° लग सकती है।
2017 से 2021 तक राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ रह चà¥à¤•े टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª ने अपने पहले कारà¥à¤¯à¤•ाल में दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤ˆ देशों से आयातित वसà¥à¤¤à¥à¤“ं पर à¤à¤¾à¤°à¥€ टैरिफ लगाने के कई पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठथे। हालांकि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के साथ उनके मधà¥à¤° संबंध रहे थे। वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ हाउस में उनके कारà¥à¤¯à¤•ाल के आखिर में à¤à¤¾à¤°à¤¤ और अमेरिका अपने मतà¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ को दूर करते हà¥à¤ à¤à¤• सीमित समà¤à¥Œà¤¤à¥‡ पर बातचीत के लिठसहमत हो गठथे।
टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के पहले कारà¥à¤¯à¤•ाल के दौरान वाशिंगटन में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राजदूत रहे हरà¥à¤·à¤µà¤°à¥à¤§à¤¨ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गला ने कहा कि उस समय हमारे बीच काफी अचà¥à¤›à¥€ सहमति थी। मà¥à¤à¥‡ लगता है कि उनका दूसरा कारà¥à¤¯à¤•ाल और à¤à¥€ बेहतर होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दोनों पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ में आपसी समठऔर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ मजबूत हà¥à¤ˆ है, खासकर नेताओं के सà¥à¤¤à¤° पर।
रिटायरà¥à¤¡ राजनयिक ने बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के पहले कारà¥à¤¯à¤•ाल के दौरान à¤à¤• मिनी टà¥à¤°à¥‡à¤¡ डील लगà¤à¤— पूरी कर ली थी, लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से उसमें अड़चन आ गई। à¤à¤¸à¥‡ में अब उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है कि टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª 2.0 सरकार में दोनों देशों के बीच à¤à¤• मà¥à¤•à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ हो सकता है।
वà¥à¤¹à¤¾à¤‡à¤Ÿ हाउस में चार साल बाद शानदार वापसी करने वाले टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª ने हाल ही में à¤à¤¾à¤°à¤¤ को वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤• संबंधों का बड़ा उलà¥à¤²à¤‚घनकरà¥à¤¤à¤¾ करार दिया था। चà¥à¤¨à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के दौरान à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी मिसà¥à¤Ÿà¤° टैरिफ की छवि को और सखà¥à¤¤ बनाने की बात कही थी और अमेरिका में आयात होने वाली सà¤à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं पर टैरिफ बढ़ाने का संकलà¥à¤ª जताया था।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार की सोच से वाकिफ à¤à¤• सूतà¥à¤° ने नाम न छापने की शरà¥à¤¤ पर बताया कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार अमेरिकी कंपनियों की à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ के लिठटैरिफ कम करने को तैयार है, बशरà¥à¤¤à¥‡ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं को बेहतर टà¥à¤°à¥‡à¤¡ टरà¥à¤® मिलें। सूतà¥à¤° ने बताया कि ऑटोमोबाइल जैसे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में आयात शà¥à¤²à¥à¤• कम किया जा सकता है।
सूतà¥à¤°à¥‹à¤‚ का कहना था कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के अगले कारà¥à¤¯à¤•ाल में अमेरिका से वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° संबंधों को लेकर बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ चिंतित नहीं है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि टà¥à¤°à¤®à¥à¤ª के निशाने पर मूलरूप से चीन से आयातित सामान है। बता दें कि à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ के मामले में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठअमेरिका शीरà¥à¤· गंतवà¥à¤¯ है। साल 2023 में à¤à¤¾à¤°à¤¤ से 120 बिलियन डॉलर की वसà¥à¤¤à¥à¤“ं और सेवाओं का निरà¥à¤¯à¤¾à¤¤ अमेरिका को किया गया था।
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