अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रवासियों के खिलाफ अपने अभियान के नई ऊंचाई तक पहुंचा दिया है। कोलोराडो के ऑरोरा में एक रैली के दौरान ट्रम्प ने प्रवासियों की तुलना खतरनाक अपराधियों से कर दी और कहा कि अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने वाले प्रवासियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।
रैली में वेनेजुएला गैंग के कथित सदस्यों के पोस्टरों से घिरे ट्रम्प ने ऐलान किया कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो गिरोह की कमर तोड़ने और इसके सदस्यों को निशाना बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'ऑपरेशन ऑरोरा' शुरू करेंगे।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस से कड़ी चुनौती का सामना कर रहे ट्रम्प ने चुनावी अभियान के आखिरी दौर में आव्रजन विरोधी बयानबाजी तेज कर दी है। अवैध माइग्रेशन इस चुनाव का एक प्रमुख मुद्दा बन चुका है। जनमत सर्वेक्षणों के मुताबिक, अधिकतर मतदाता मानते हैं कि अवैध प्रवासन की समस्या से ट्रम्प ही बेहतर तरीके से निपट सकते हैं।
ऑरोरा में ट्रम्प ने समर्थकों की भारी भीड़ की तालियों के बीच कहा कि मैं अमेरिकी नागरिक या कानून प्रवर्तन अधिकारी की हत्या करने वाले हर प्रवासी के लिए मौत की सजा की मांग करता हूं। ट्रम्प इससे पहले महिलाओं और बच्चों की यौन तस्करी के दोषी अपराधियों के लिए मौत की सजा की मांग कर चुके हैं।
ट्रम्प का वादा इस लिहाज से अहम है कि करीब आधे अमेरिकी राज्य मौत की सजा पर बैन लगा चुके हैं। केंद्रीय स्तर पर मौत की सजा का प्रावधान है लेकिन इसका उपयोग शायद ही कभी किया जाता है। नए अपराधों को मौत की सजा के दायरे में लाने के लिए अमेरिकी कांग्रेस से अधिनियम पास कराना आवश्यक होगा।
इस चुनाव में ट्रम्प प्रवासियों और उनके द्वारा किए जाने वाले अपराधों को जोर शोर से उठा रहे हैं। हालांकि अकैडमिक अध्ययनों में दावा किया जाता रहा है कि आप्रवासियों द्वारा किए जाने वाले अपराधों की संख्या अमेरिका में जन्मे नागरिकों से अधिक नहीं हैं।
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने भी सीमा सुरक्षा पर अपना रुख सख्त कर लिया है। वह इस साल की शुरुआत में कांग्रेस में पेश द्विदलीय सीमा सुरक्षा बिल को दबाने में मदद के लिए ट्रम्प को दोषी ठहराती रही हैं।
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