पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ से à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•ृषà¥à¤£ की दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा नगरी के दरà¥à¤¶à¤¨à¥¤ सà¥à¤¨à¤•र रोमांच और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ लग रहा है। लेकिन जलà¥à¤¦ ही यह हकीकत में बदलने वाली है। इस सपने को साकार करने के लिठगà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सरकार पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के विजन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° काम कर रही है। गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सरकार पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में देश का पहला पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ शà¥à¤°à¥‚ करने के लिठतैयार है। पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ के जरिठपरà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ विà¤à¤¾à¤— दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा नगरी के दरà¥à¤¶à¤¨ कराà¤à¤—ा। रिपोरà¥à¤Ÿà¥à¤¸ की मानें तो यह अनोखा टूरिजà¥à¤® कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® इस साल दिवाली से पहले शà¥à¤°à¥‚ होने वाला है।
इसके लिठगà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सरकार ने Mazgaon मà¤à¤—ांव डॉकयारà¥à¤¡ लिमिटेड (MDL) के साथ करार किया है। इस नई मà¥à¤¹à¤¿à¤® का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों को पानी के नीचे की सà¥à¤‚दर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का पता लगाने के लिठविकलà¥à¤ª पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना है। दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के तट से दूर à¤à¤• छोटा सा दà¥à¤µà¥€à¤ª, और शहर जो à¤à¤—वान कृषà¥à¤£ से à¤à¥€ जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ हà¥à¤† है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ में à¤à¤• मील का पतà¥à¤¥à¤° चिहà¥à¤¨à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सरकार, à¤à¤®à¤¡à¥€à¤à¤² के सहयोग से, देश की पहली पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ पहल का नेतृतà¥à¤µ कर रही है। बेट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के आसपास के समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ जीवन की खोज पर केंदà¥à¤°à¤¿à¤¤, यह परियोजना टाइटैनिक पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ के समान है। पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठबैट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के पास à¤à¤• विशेष घाट का à¤à¥€ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया जाà¤à¤—ा।
इसके लॉनà¥à¤š होने के साथ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों को à¤à¤• पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ में समà¥à¤¦à¥à¤° के लगà¤à¤— 100 मीटर नीचे गोता लगाने का अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ अवसर मिलेगा। इसके साथ ही दà¥à¤µà¥€à¤ª के आसपास के समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ जीवन का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· अनà¥à¤à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा, जिसे à¤à¤—वान कृषà¥à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया गया à¤à¤• जलमगà¥à¤¨ शहर à¤à¥€ माना जाता है। रिपोरà¥à¤Ÿ में कहा गया है कि पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ का वजन लगà¤à¤— 35 टन होगा। à¤à¤• समय में यह 30 यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सफर कराने में सकà¥à¤·à¤® होगा। पानी के नीचे जाने वालों को समà¥à¤¦à¥à¤° तल से 100 मीटर नीचे लà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¥€ दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को देखने का मौका मिलेगा।
पनडà¥à¤¬à¥à¤¬à¥€ में 6 कà¥à¤°à¥‚ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ 24 परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• यातà¥à¤°à¤¾ पर जा सकेंगे। बैठने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ इस तरह से डिजाइन की गई है कि हर किसी को पानी के नीचे के दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का सबसे अचà¥à¤›à¤¾ आनंद मिल सके। यह उमà¥à¤®à¥€à¤¦ की जाती है कि यह परियोजना इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अधिक रोजगार, निवेश और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को विकसित करेगी। खबरों की मानें तो आगामी वाइबà¥à¤°à¥‡à¤‚ट गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ गà¥à¤²à¥‹à¤¬à¤² समिट में इस संबंध में आधिकारिक घोषणा होने की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है।
गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ के पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध निदेशक सौरठपारधी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, यह अनूठी परियोजना निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा में परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ को महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बढ़ावा देगी, जो मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से अपने धारà¥à¤®à¤¿à¤• महतà¥à¤µ और हिंदà¥à¤“ं के लिठà¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– तीरà¥à¤¥ सà¥à¤¥à¤² शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ाधीश मंदिर के लिठजाना जाता है।
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